5 Easy Facts About shiv chalisa in hindi Described
5 Easy Facts About shiv chalisa in hindi Described
Blog Article
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब more info चूक हमारी॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
किया उपद्रव तारक shiv chalisa in hindi भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥